पूरी दुनिया के रिसर्चर और मेडिसिन साइंटिस्ट कोरोना वायरस की दवा या वैक्सीन ढूंढने में लगे हुए हैं. कोरोना का अब तक कोई प्रामाणिक इलाज सामने नहीं आया हैं लेकिन यह जरूर स्पष्ट हुआ है कि अगर किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो तो वह कोरोना से लड़ सकता. कोरोना वायरस का खतरा सामान्य तौर पर उन लोगों को हैं, जिनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. यह कम प्रतिरोधक क्षमता वालों में व्यक्तियों में फेफड़ो को प्रभावित करता है. ऐसे में जुखाम, सर्दी, छींक, नाक से पानी आना, सिरदर्द होना और बुखार या खांसी को दूर करने के लिए लाभदायक हैं. सामान्य तौर पर शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी, किडनी और लिवर में तकलीफ, निमोनिया, पाचन में गड़बड़ी, तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ इस वायरस के लक्षण हैं. संबंधित लक्षण होने पर तुंरत डॉक्टर को दिखना चाहिए. आयुष मंत्रायल ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए आर्सेनिकम एल्बम -30 दवा के इस्तेमाल करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए, इस दवा को दिन में तीन बार खाली पेट लेना पड़ता है आर्...
Nice information
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